दहलीज हूँ... दरवाजा हूँ... दीवार नहीं हूँ।
अंधेरा हर तरफ और मैं दीपक की तरह जलता रहा।
काश कि उनकी नजरों से ऐसी कोई सिफारिश हो जाए।
तुम्हारे लब को छूने का इरादा रोज करता हूँ,
मैं धीरे-धीरे उनका दुश्मन-ए-जाँ बनता जाता हूँ,
मेरी चाहत को दुल्हन तू बना लेना, मगर सुन ले,
उजालों में चिरागों की अहमियत नहीं होती।
बिछड़ के तुझसे हर रास्ता सुनसान रहता है,
तुमको याद रखने में मैं Love Quotes क्या-क्या भूल जाता हूँ,
मैं घर का रास्ता भूला, जो निकला आपके शहर से,
मुझे छोड़ने का फैसला तो वो हर रोज करता है,
यह आँसू प्यार का मोती है, इसको खो नहीं सकता,
खुदा की तरह चाहने लगे थे उस यार को, वो भी खुदा की तरह हर एक का निकला।
तेरी चिट्ठी जो किताबों में छुपा रखी है।