तू ने किसको आबाद किया मुझे बर्बाद करके।
खरीद लाये थे कुछ सवालों का जवाब ढूढ़ने।
मैंने माना कि नुकसान देह है ये सिगरेट...
जब से तुमको देखा है दिल बेकाबू हमारा है,
अगर मोहब्बत से पेश आते तो न जाने क्या होता।
मंजिल की तलाश में खुद को अकेले चलना होगा,
कौन फिरता है ज़मीं पे चाँद सा चेहरा लिए।
खुदा माना, आप न माने, वो लम्हे गए यूँ ठहर से,
सुना है कि महफ़िल में वो बेनकाब आते हैं।
बिछड़ के मुझ से वो दो दिन उदास भी न रहे।
कुछ ज़रूरतें पूरी, quotesorshayari कुछ ख्वाहिशें अधूरी,
सूरज की तरह तेज मुझमें मगर मैं ढलता रहा,
मैं जागता हूँ तेरा ख़्वाब देखने के लिए।
नजर तुमसे जो मिल जाये ज़माना भूल जाता हूँ।